सूरत । (योगश मिश्रा) सूरत का कपड़ा बाजार चोरों और पाकिटमारों के लिए खुला मैदान बनता जा रहा है। यहां जूता चोरी, पाकिटमारी, गुंडागर्दी के अलावा प्रतिदिन आठ लाख रुपए के पार्सल और पोटले चोरी हो जाते हैं। चोरी के कारण व्यापारियों को सालाना करोड़ों रुपए का नुकसान होता है, लेकिन वह ऐसी घटनाओं की पुलिस से शिकायत करने से बचते हैं।

कपड़ा बाजार में ट्रैफिक और श्रमिकों की भीड़भाड़ के कारण चोरों की बन आती है। व्यापारियों के अनुसार पूरे कपड़ा बाजार में कई गैंग हैं, जिनमें 20 से 40 साल के लोग शामिल हैं। गैंग के सदस्य कमेला दरवाजा, बेगमवाड़ी, सालासर गेट और रघुकुल मार्केट के आसपास घूमते रहते हैं, जहां पार्सल, पोटले आदि वाहनों में लोड किए जाते हैं। यह लोग पार्सल ले जाने वालों से झगड़ा कर या अन्य किसी तरह बातों में उलझाते हैं और गैंग के अन्य लोग पार्सल या पोटला लेकर रफूचक्कर हो जाते हैं। कई बार ट्रैफिक का लाभ उठाकर भीड़ में खड़े वाहन से भी पार्सल गायब कर दिए जाते हैं।

एक पार्सल की कीमत पचास हजार रुपए और पोटले की कीमत 30 हजार रुपए से अधिक होती है। अंदाजन कपड़ा बाजार से प्रतिदिन 20-25 पार्सल, पोटले की चोरी होती है। चोरी के बाद यह कपड़े कुछ चीटर व्यापारी पचास प्रतिशत कम कीमत पर खरीद लेते हैं और अन्य राज्यों की मंडियों में पच्चीस प्रतिशत तक कम कीमत पर बेच देते हैं। अन्य राज्यों के व्यापारी कम कीमत पर माल मिलता देख जल्द सौदा कर लेते हैं। दिल्ली, जोधपुर , अहमदाबाद सहित कई स्थानों पर कुछ व्यापारियों के साथ यहां के चीटर व्यापारियों का नेटवर्क है। व्यापारियों का कहना है कि वह चोरी की घटनाओं से परेशान हैं, लेकिन पुलिस के पास जाने से कतराते हैं।
उन्हें लगता है कि पुलिस उनसे कई कागजात मांगेगी। इसलिए वह नुकसान सह लेते हैं, लेकिन पुलिस के पास नहीं जाते। ऐसे में चीटर गैंग बेखौफ हो गई है।


सीसीटीवी कैमरों का लाभ नही कपड़ा व्यापारियों का कहना है कि शहर में जब सीसीटीवी कैमरे लग रहे थे, तब व्यापारियों ने भी इसमें सहयोग दिया था। व्यापारियों को लग रहा था कि सीसीटीवी कैमरे लगने के बाद चोरी की घटनाएं कम हो जाएंगी। सभी कपड़ा मार्केट और रिंगरोड पर कैमरे लगे हैं। सीसीटीवी कैमरों में चोरी, पाकिटमारी की घटनाएं रिकॉर्ड होने के बाद भी चोर नहीं पकड़े जाते। पुलिस ऐसे मामलों में लापरवाही बरतती है।

सुनवाई नही फोस्टा ने मार्केट क्षेत्र में होने वाली चोरी की घटनाओं के बारे में कई बार शिकायत की। हमने हर साल मार्केट से पार्टी पलायन और चीटर व्यापारियों के खिलाफ होने वाली कार्रवाई के बारे में भी जानकारी मांगी है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से मार्केट में क्राइम ब्रांच बनाने की मांग की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
रंगनाथ सारडा, डायरेक्टर, फोस्टा
शिकायत नहीं करते कपड़ा बाजार से प्रतिदिन 8 लाख रुपए के पार्सल और पोटले की चोरी होती है। ज्यादातर व्यापारी इस बारे में पुलिस में शिकायत करने से डरते हैं। चोरी का माल अन्य राज्यों में कम कीमत पर बिक जाता है।