(सुधांशु कुमार सतीश) सुपौल जिला के सिमराही बाजार स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के ओम शांति भवन में दीयों का उत्सव पर्व दीपावली का पावन पर्व बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । इस अवसर पर सीमावर्ती क्षेत्र प्रभारी वरिष्ठ ब्रह्माकुमारी रंजू दीदी ने अपने हृदय उदगार व्यक्त करते हुए कहा कि दीपावली वास्तव में ज्ञान के द्वारा आत्मिक ज्योति जगने की निशानी है । जिस प्रकार दीपक जगने से अंधकार समाप्त होता है ठीक उसी प्रकार ज्ञान के दीपक से अज्ञान का अंधेरा भी समाप्त हो जाता है । उन्होंने कही कि इस दिवाली पर प्रतिज्ञा करें कि हम सदा ही सब के प्रति शुभ भावनाएं एवं शुभकामनाएं बनाए रखेंगे । इस अवसर पर सभी ने संगठित रूप में दीप प्रज्वलित कर एक दूसरे को बधाई दी । स्थानीय सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी बबिता दीदी ने कहा कि जब बाहर की स्वच्छता के साथ साथ हम आंतरिक स्वच्छता पर भी ध्यान देंगे तभी सच्ची दिवाली बनेगी ।


उन्होंने कही कि असली दीपक तो हमें अपने मन में प्रकाशित करना है । अपने मन को ज्ञान से इतना प्रकाशित करें कि इससे घृणा, नफरत, ईर्ष्या, द्वेष और वैमनष्यता जैसे दुर्गुण सदा के लिए दूर भाग जाए । कार्यक्रम के मुख्य अतिथि समाजसेवी सचिन माधोगडिय़ा ने कहा कि श्रेष्ठ समाज, नगर और विश्व के रचना के लिए वैचारिक, सैद्धांतिक, राजनीतिक एवं धार्मिक एकता जरूरी है । ब्रह्मा कुमार किशोर भाई जी ने अपने उद्बोधन देते हुए कहा कि दीपावली वास्तव में सतयुग का यादगार है । सतयुग में एक धर्म, एक राज्य, एक भाषा और एक मत था । हमें जीवन में नैतिक और आध्यात्मिक मूल्यों को समावेशित कर श्रेष्ठ विश्व की रचना करनी है । इस पावन अवसर पर बीके वीणा बहन, मौसम बहन, संगम बहन, नगीना भगत, अनिल महतो, सचिन भाई जी इत्यादि ने अपने शुभ संकल्पों के विचार रखें तथा सभी को दीपावली की शुभकामनाएं दी । इस विशेष अवसर पर सभी ने विश्व शांति के लिए राजयोग का अभ्यास भी किया ।(PB)