बाड़मेर । जिला मुख्यालय से महज् 6 किलोमीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग 68 अहमदाबाद रोड़ कुशल वाटिका के पास स्थित सांसियों का तला में अभियान ग्रामोदय एवं चिन्तामणि चैरिटी फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में अभियान ग्रामोदय प्रेरक व सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश बोहरा अमन की उपस्थिति में संस्कार पाठशाला एवं खेल संकुल के लिए आवश्यक सामाग्री भेंट को लेकर कार्यक्रम का आयोजन हुआ । चिन्तामणि चैरिटी फाउण्डेशन के मोहित सिंघवीं ने बताया कि कार्यक्रम में चिन्तामणि चैरिटी फाउण्डेशन की ओर सांसियों का तला में चल रहे संस्कार पाठशाला व खेल संकुल के लिए ग्रीन बोर्ड, दो दरिया, वॉलीबॉल सैट, टेनिस रैकेट आदि खेल व शिक्षण सामाग्री बच्चों को भेंट की ।

कार्यक्रम में अभियान ग्रामोदय प्रेरक व सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश बोहरा अमन कहा कि हमारा लक्ष्य सांसियों का तला गांव को सर्वोदय ग्राम बनाते हुए आत्मनिर्भर, स्वालम्बी बनाना तथा गांव को एक नई पहचान दिलाना है जिसके लिए अभियान ग्रामोदय की टीम एवं सम्पूर्ण ग्रामवासी जी-जान से जुटे हुए है । उन्होंनें ने कहा कि कोशिश करने वालों की हार नही होती । हमारे दृढ़ प्रयास ही हमारी सफलता को तय करेंगें । कार्यक्रम में चिन्तामणि चैरिटी फाउण्डेशन, बाड़मेर के भैरव वड़ेरा सहित कई सदस्यों ने बच्चों से संवाद किया और वहां आयोजित होने वाली गतिविधियों व कार्यक्रमों की जानकारी ली । वहीं बच्चों को जीवन निर्माण के बारे में बातें बताई । इस दौरान मोहित सिंघवीं, भैरव वड़ेरा, निखिल छाजेड़, धीरज संखलेचा, मोती सिंघवीं, रूचिका बोहरा, मोनिका गोलेच्छा, रक्षा सिंघवीं, रूचिका बोहरा, मयंक सर्राफ, जयेश गोलेच्छा, आशीष बोहरा, मोहित मालू, वार्ड सदस्य ममता सिसोदिया, गंगा, सुनिल रामधारी, चंदा सिसोदिया, राखी सिसोदिया, सजनी सहित बड़ी संख्या में बच्चें व युवा साथी उपस्थित रहे ।

15 महिलाओं ने खरीदी सिलाई मशीनें, घर पर करेगी रोजगार, मिलेगा आर्थिक सम्बल, महिला सशक्तिकरण का सपना होगा साकार अभियान ग्रामोदय के तहत् सांसियों का तला में सृष्टि संस्थान, बाड़मेर व महावीर इन्टरनेशनल, बाड़मेर के सहयोग से चलाये जा रहे नि:शुल्क सिलाई प्रशिक्षण केन्द्र से गांव की तकरीबन 36 महिलाएं नि:शुल्क प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है । इससे भी बड़ी बात तो यह है कि इन दिनों महिलाओं में आई जागृति के चलते सांसियों का तला में घर-घर स्वरोगजार की उम्मीदें बढऩे लगी है । जिसके चलते पिछले तीन-चार दिनों में सांसियों का तला में सिलाई सीखने के बाद तकरीबन 15 से अधिक महिलाओं ने स्वयं सिलाई मशीनें खरीद ली है । जिससे आने वाले दिनों में ये महिलाएं अपने घर पर स्वरोजगार कर परिवार को आर्थिक सम्बल प्रदान कर सकेगी । प्रेरक व सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश बोहरा अमन ने बताया कि सांसियों का तला में ग्रामोदय अभियान के बाद बहुत कुछ बदलाव आया है । जहां महिलाओं, युवाओं, बच्चों व बुर्जुगों में गांव के विकास प्रति नई चेतना जगी है । जो स्वागत व अभिनन्दन योग्य है । यह सब सबके सामूहिक प्रयासों का परिणाम है । इसके लिए समस्त ग्रामवासी बधाई के पात्र है । महिलाओं में जागृति अच्छे कल के संकेत है । यही से महिला सशक्तिकरण का सपना सच में धरातल पर साकार हो सकेगा ।(PB)