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ओम एक्सप्रेस न्यूज बीकानेर। 5 साल तक एक बच्चों को पोलियो वायरस से प्रतिरक्षित करने इस साल के पल्स पोलियो अभियान 28 जनवरी व 11 मार्च को आयोजित किए जाएंगे। इस वर्ष पोलियो रविवार यानिकी राष्ट्रीय प्रतिरक्षण दिवस को लगभग पौने चार लाख बच्चों को ओरल पोलियो वैक्सीन की 2 बूँदें पिलाई जाएगी। इसे लेकर सोमवार को स्वास्थ्य भवन सभागार में जिला स्तरीय कार्यशाला आयोजित की गई जिसमे समस्त खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारीयों, बीपीएम, पीएचसी-सीएचसी प्रभारियों व मोनिटर प्रभारियों को अभियान का प्रशिक्षण दिया गया।

संयुक्त निदेशक डॉ. एच.एस. बराड़ ने अभियान को सफल बनाने के लिए जमीनी स्तर पर अभियान की तैयारियों की मोनिटरिंग करने व पिछले अभियानो से सीख लेकर आगे सुधार के निर्देश दिए। सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने अभियान की पुख्ता माइक्रोप्लानिंग करने, हाई रिस्क क्षेत्रों को शामिल करने, गुणवत्तापूर्ण सर्वे करने और तय कार्यक्रमानुसार फील्ड स्तर तक बैठकें-प्रशिक्षण आयोजित करने के निर्देश दिए। आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने स्पष्ट किया कि हर बार प्रत्येक अभियान में 0 से 5 साल तक के प्रत्येक बच्चे को पोलियो वैक्सीन की 2 बूँदें पिलानी जरूरी हैं। उन्होंने टीकाकरण की प्रगति और लाइन लिस्टिंग की समीक्षा कर सम्पूर्ण टीकाकरण को 90 प्रतिशत तक लाने के लक्ष्य को जल्द हासिल करने की कार्ययोजना पर चर्चा की।

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मुख्य प्रशिक्षक विश्व स्वास्थ्य संगठन की एसएमओ डॉ. मंजुलता शर्मा ने पल्स पोलियो अभियान के वैश्विक परिदृश्य से शुरू करते हुए माइक्रोप्लानिंग व प्रबंधन का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि भारत पोलियो मुक्त राष्ट्र घोषित हो चुका है परन्तु भारत के 2 पड़ौसी देश पाकिस्तान व अफगानिस्तान में अब भी पोलियो के केस निकल रहे हैं ऐसे में राजस्थान के सीमावर्ती जिले के नाते बीकानेर को अलर्ट रहने की आवश्यकता है। यूनिसेफ के संभागीय समन्वयक ललित रंगा ने जिले के टीकाकरण आंकड़ों का विश्लेषण प्रस्तुत कर अभियान की शुद्ध माइक्रोप्लानिंग की तकनीकों पर चर्चा की।