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ओम एक्सप्रेस न्यूज बीकानेर। अपनी अव्यवस्थाओं को लेकर बदनाम हुए संभाग के सबसे बड़े अस्पताल पीबीएम अस्पताल में नित नए गड़बड़झाले देखने को मिल जाते हैं। कभी इलाज में लावरवाही के चलते हंगामा हो जाता है तो कभी अस्पताल में व्याप्त अव्यवस्थाओं को लेकर लोग बिफर जाते हैं। हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि शायद ही ऐसा कोई दिन गया हो जब पीबीएम अस्पताल में हंगामा नहीं हुआ हो। अब नया विवाद एक वीडियो के वायरल होने से हुआ है।

वायरल वीडियो में रोगी के परिजन एक चिकित्सक पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। जानकारी के अनुसार अस्पताल के वरिष्ठ सर्जन एम.एल. दवां पर कमीशनखोरी का आरोप लगा है। एक मरीज के परिजनों ने डॉ. दवां पर किट के बदले राशि मांगने का आरोप लगाया है। परिजनों ने बताया कि डॉ. दवां पर आरोप लगाया है कि लेप्रोस्कॉपिक तरीके से ऑपरेशन करने के लिए किट के बदले राशि मांगी है। उन्होंने बताया कि डॉ. दवां ने ऑपरेशन के लिए 60 हजार रुपए व जीएसटी खर्च लगेगा और यह किट बाहर से ही मंगवानी पड़ेगी। इस पर परिजनों ने घर में सलाह कर जवाब देने की बात कही तो डॉक्टर साब बिफर गए और धमकी दे डाली कि अब यह ऑपरेशन यहां तो क्या बीकानेर में भी कहीं नहीं होगा। परिजनों का कहना है कि डॉ. दवां ने साफतौर पर कहा कि यदि किट के बदले राशि नहीं दी गई तो मरीज का ऑपरेशन नहीं किया जाएगा। इस संबंध में परिजनों ने एसपी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आर.पी. अग्रवाल से भी गुहार लगाई है।

सुनवाई नहीं होने पर मरीज के परिजन स्टेट मेडिकल रिलीफ सोसायटी सदस्य व युवा भाजपा नेता विजय मोहन जोशी के पास गए और उन्हें अपनी आपबीती सुनाई। विजयमोहन जोशी परिजनों को साथ लेकर तुरंत ही डॉ. आरपी अग्रवाल से मिलने उनके ऑफिस पहुंच गए और डॉ. दवां के इस रवैये पर कड़ा एतराज जताया। जोशी ने डॉ. अग्रवाल को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसी हरकत दोबारा नहीं होनी चाहिए। जोशी ने बताया कि अस्पताल में मरीजों का शोषण हो रहा है। यहां मरीज अगर कोई बात नहीं मानता है तो उसे अस्पताल से बाहर निकाल दिया जाता है, जो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। जोशी ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने एसपी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. आर.पी. अग्रवाल को चेतावनी दी है कि शीघ्र ही इस मामले का निस्तारण किया जाए।

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उन्होंने बताया कि हालांकि डॉ. अग्रवाल ने सकारात्मक कार्रवाई के संकेत दिए है लेकिन यदि कोई कार्रवाई नहंी हुई तो इस मामले को चिकित्सा मंत्री डॉ. कालीचरण सर्राफ के समक्ष भी ले जाया जाएगा। उन्होंने आक्रोश जताते हुए बताया कि डॉक्टरों की इस प्रकार की कार्यशैली बिल्कुल बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हालांकि वायरल हुए वीडियो में डॉ. आर.पी. अग्रवाल यह भरोसा दिलाते हुए दिखाई दे रहे हैं कि यदि ऐसी कोई घटना हुई है तो उसकी जांच की जाएगी। बहरहाल जांच होगी या नहीं यह तो समय ही बताएगा लेकिन एक बात तो तय है कि पीबीएम अस्पताल में उपचार के नाम पर डॉक्टरों व अन्य स्टाफ द्वारा चलाया जा रहा गोरखधंधा अगर यूं ही चलता रहा तो आमजन का सब्र जवाब दे जाएगा और आने वाले समय में गंभीर परिणाम भी देखने को मिल सकते हैं।