खेतड़ी(झुंझुनू)। खेतड़ी तहसील के टीबा गांव के शहीद जवान श्योराम गुर्जर का अंतिम संस्कार आज उनके पैतृक गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ शहीद की पत्नी ने बेटी को जन्म दिया है। यह एक ऐसा पल है जिसके बारें में जिसने भी सुना वह अंदर से हिल गया।

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जहां पूरा गांव शोक के माहौल में गमगीन है तो वहीं शहीद के घर नन्ही परी ने जन्म लिया है। एक ऐसी परी जिसके पिता उसके जन्म से कुछ घंटों पहले ही देश की रक्षा करते हुए शहीद हो गए। ऐसे माहौल में गूंजी किलकारी ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। आज शहीद की अंतिम यात्रा जैसे ही रवाना हुई तो पूरे गांव में कोहराम मच गया। शहीद के घर से लेकर अंतिम यात्रा तक ग्रामीणों ने भारत माता के जयकारे व पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए।

ग्रामीणों का कहना है कि ऐसी अंतिम यात्रा पहले कभी नहीं देखीं। बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा के पास पींगलाना में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान हवलदार श्योराम शहीद हो गया था। वे 55 आरआर बटालियन में कार्यरत थे। अभी उनकी ड्यूटी जम्मू कश्मीर में थी। श्योराम तीन भाईयों में सबसे बड़ा था। इसमे छोटा भाई भी भारतीय सेना में हिसार में कार्यरत है। शहीद के तीन वर्ष का बेटा है साथ ही आज शहीद की मुखाग्नि के समय उसकी पत्नी ने बेटी को भी जन्म दिया है। शहीद के भाई ने बताया कि जब वो काफी छोटे थे तब ही पिता का साया उठ गया था।