ओम एक्सप्रेस न्यूज़। सूरत सार समाचार (योगेश मिश्रा). पारडी नगर पालिका टीपी कमेटी के चेयरमैन द्वारा पार्टी फंड के नाम पर कॉन्ट्रेक्टर से 20 हजार रुपए मांगने का ऑडियो वायरल हुआ है पारडी नगरपालिका में भाजपा का शासन है। बताया गया है कि गत दिनों टीपी कमेटी के चेयरमैन हसमुख राठौड़ ने रेती डालने वाले कॉन्ट्रेक्टर वैभव को फोन किया और पार्टी फंड के नाम पर 20 हजार रुपए की मांग की। वैभव को उन्होंने कम रेती डालने की बात कर कहा कि उसके खिलाफ मामला भी दर्ज हो सकता है। उसने कहा कि इसकी जानकारी जिला प्रमुख कनु देसाई को दी गई है और पार्टी फंड में 20 हजार रुपए नहीं देने पर बात बढ़ सकती है। जब कॉन्ट्रेक्टर ने मना किया तो टीपी कमेटी चेयरमैन ने बिल का तीन प्रतिशत देने पर मामला दबाने की बात की । इस बातचीत का ऑडियो वायरल होने पर नगर में चर्चा का केन्द्र बना है। इस मामले में हसमुख राठौड़ से बात करने की कोशिश की गई, लेकिन संपर्क नहीं हो पाया।
लोगों में चर्चा है कि दमण में कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी पर भाजपा के नेता प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर उसके ऊपर रुपयों की उगाही का आरोप लगाते हैं। दूसरी तरफ यही भाजपा वाले अपने पार्टी नेता का ऑडियो टेप वायरल होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं कर चुप्पी साधे बैठे हैं।

सेन्ट्रल जीएसटी विभाग पेट्रोलिंग कर पकड़ेगा जीएसटी चोरी

सूरत सेन्ट्रल जीएसटी विभाग भी अब पेट्रोलिंग कर बगैर जीएसटी बिल के माल ले जाने वाले वाहन पकड़ेगा।
जीएसटी विभाग के सूत्रों के अनुसार केन्द्र सरकार जीएसटी का नियम नया होने के कारण व्यापारियों को उसे समझ लेने, रिटर्न फाइल करना तथा इ-बिल जनरेट करना समझ लेने का मौका दे रही थी। अब सरकार ने जीएसटी का अमल नहीं करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की शुरुआत की है। सेन्ट्रल बोर्ड ऑफ गुड्स एंड सर्विस टैक्स के निर्देश के अनुसार जीएसटी विभाग तमाम हाईवे और बायपास रोड पर से गुजरने वाली वाहनों पर नजर रखेगा। इसके लिए विशेष अधिकारियों की नियुक्ति की जाएगी, जो कि वाहनों की जांच कर सके। जांच करने वाले अधिकारियों के पास वाहन की व्यवस्था भी होगी, ताकि वह दौड़ रहे वाहन का पीछा कर भी रोक सकें। इसके पहले स्टेट जीएसटी विभाग ने चार महीने पहले ही पेट्रोलिंग टीम गठित की थी और पिछले महीने ही स्टेट जीएसटी की टीम ने प्लायवुड विक्रेता तथा मार्बल विक्रेताओ के यहां जांच कर बड़ी रकम की जीएसटी चोरी पकड़ी थी। सेन्ट्रल जीएसटी विभाग की पेट्रोलिंग टीम भी जांच में जुट जाएगी तो बिना इ-वे बिल और जीएसटी के माल बेचने वालों के लिए परेशानी बढ़ जाएगी। सेन्ट्रल जीएसटी विभाग की पेट्रोलिंग टीम भी जांच में जुट जाएगी तो बिना इ-वे बिल और जीएसटी के माल बेचने वालों के लिए परेशानी बढ़ जाएगी।

पेट्रोल पंप पर प्रेम प्रकरण की रंजिश में युवक की हत्या

सूरत शहर के सणिया गांव में एक पेट्रोल पंप शुक्रवार देर रात प्रेम प्रकरण की रंजिश में सात जनों ने एक युवक पर चाकू से हमला कर उसकी हत्या कर दी। घटना के संबंध में डिंडोली पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक डिंडोली महादेवनगर निवासी अशोक सपकाले, महाराणा प्रताप चौक केसर भवानी सोसायटी निवासी विशाल सपकाले व अन्य पांच जनों ने मिलकर डिंडोली शिव साईं सोसायटी निवासी राजेश पुत्र सिद्धनाथ खेरनार (37) की हत्या कर दी। अशोक को आशंका थी कि राजेश के उसकी विवाहित पुत्री के साथ प्रेम संबंध है। जिसको लेकर पहले भी उसके साथ उसका विवाद हो चुका था। जमीन दलाली व लोन एजेन्ट के रूप में काम करने वाले राजेश को अशोक ने उसकी पुत्री से दूर रहने के लिए कहा था। शुक्रवार रात राजेश गणपति देखने के लिए सणिया गांव में उसकी पुत्री की सोसायटी पर गया। वहां अशोक के साथ उसका विवाद हुआ। वहां से वह सणिया गांव स्थित पेट्रोल पंप पर पहुंचा। वहां भी अशोक व विशाल के साथ उसकी कहा सुनी हुई। रात साढ़े ग्यारह बजे उन दोनों ने अपने पांच और साथियों को बुला लिया। फिर उन्होंने राजेश पर धारदार हथियारों से हमला कर उसकी हत्या कर दी और वहां से फरार हो गए। घटना के संबंध में राजेश के बड़े भाई रविन्द्र खेरनार की प्राथमिकी के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपितों की खोज शुरू कर दी है।
पांच माह पूर्व कार जलाई थी सूत्रों का कहना है कि मृतक राजेश भी विवाहित था और तीन संतानों का पिता था। पांच माह पूर्व अप्रेल में अशोक के साथ उसका विवाद हुआ था। अशोक को आशंका थी कि वह उसकी पुत्री को फंसाने का प्रयास कर रहा था। विवाद होने पर अशोक ने उसकी कार जला दी थी।

सात जनों ने पेट्रोल पंप पर घेर किए धारदार हथियारों से वार

सूरत  ग्रे बाजार में बीते सप्ताह कामकाज कमजोर रहा। फिनिश्ड फैब्रिक्स में कमजोर खरीद के कारण व्यापारियों ने ग्रे की खरीद कम की। वीवर्स ने परिस्थिति को देखते हुए तमाम क्वॉलिटी में दाम घटा दिए।
ग्रे बाजार के सूत्रों के अनुसार आगामी दिनों में त्योहारों के बावजूद व्यापारियों ने ग्रे की खरीद पर ब्रेक लगा दिया है। कुछ व्यापारियों ने कमजोर बिक्री के कारण खरीद रोकी है तो कुछ ग्रे की कीमत और टूटने की आशंका के कारण ज्यादा खरीद करने से कतरा रहे हैं। इससे ग्रे की ज्यादातर क्वॉलिटी के दाम गिरे हैं। कपड़ा व्यवसायी सज्जन महर्षि ने बताया कि कपड़ा बाजार में खरीद कमजोर है। बीते एक सप्ताह में ग्रे के दाम टूटे हैं। फैंसी आइटम में दाम तीन रुपए और अन्य आइटम में एक से डेढ़ रुपए तक घटे। अन्य राज्यों से दिवाली के लिए विशेष खरीद नहीं होने के कारण व्यापारियों में निराशा है। भिवंडी ग्रे बाजार में भी खरीद कमजोर रही। पीसी में दाम 0.75 पैसे, माइक्रो में 0,25 पैसे, 96-64 में 0.25 पैसे गिरे। ग्रे व्यवसायी गिरधारी साबू ने बताया कि बाजार में खरीद नहीं होने से नीरसता है।

कृत्रिम तालाबों में विसर्जन से कुछ भक्तों में आक्रोश

सूरत तापी नदी को प्रदूषण से बचाने के लिए कृत्रिम तालाबों में गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन की व्यवस्था की जहां सराहना हुई, वहीं कुछ लोगों में आक्रोश भी देखने को मिला। सरथाणा क्षेत्र में लोगों ने इसको लेकर हंगामा भी मचाया। उनका कहना था कि प्रतिमाओं का पानी में विसर्जन करने के बजाए सिर्फ पानी का छिडक़ाव कर उन्हें ट्रकों में लाद कर ले जाया गया। कई जगह सीधे ही प्रतिमाओं को ट्रकों में भर कर ले जाया गया। इस प्रक्रिया से भक्तों की आस्था को ठेस पहुंची है। इस प्रक्रिया से भक्तों की आस्था को ठेस पहुंची है सरथाणा में कृत्रिम तालाब पर लोगों ने जमकर हंगामा मचाया। पुलिस ने हालात पर काबू पाया। बारडोली शहर सहित सूरत और तापी जिले में शांतिपूर्ण माहौल में रविवार सुबह से ही गणपति प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हुआ, जो देर रात जारी रहा। चुस्त पुलिस बंदोबस्त के बीच बारडोली शहर में विसर्जन यात्रा निकली गई, जिसमें 50 से अधिक गणेश मण्डल शामिल थे। विसर्जन यात्रा धीमी गति से चलने के कारण देर रात तक विसर्जन जारी रहा। मिंढोला नदी के किनारे बनाए गए कृत्रिम तालाब में करीब 450 और तलावड़ी मैदान में बनाए गए बड़े कृत्रिम तालाब में 150 से अधिक गणपति प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। लोगों के घरों तथा सोसायटियों में दस दिनों का आतिथ्य ग्रहण करने के बाद रविवार को भक्तों से विघ्नहर्ता ने विदाई ली। भक्तों ने नम आंखों से विघ्नहर्ता को विदाई दी। जाते-जाते विध्नहर्ता ने साल भर तक सुख-शांति-समृद्धि का आशीर्वाद देते हुए जलाशय में विलीन हो गए। भक्तों ने डीजे, ढोल-नगारो नगाड़ों के साथ गणपति बाप्पा मोरिया के नारे लगाए। अलग-अलग मण्डल विसर्जन यात्रा में नृत्य करते नजर आए। कोई अघटित घटना न बने इसके लिए बारडोली में पुलिस मुस्तैद रही। गणेश विसर्जन के दौरान समाजसेवी संस्थाओं ने जगह-जगह पर पानी, छाछ, चाय, शर्बत और नास्ते की व्यवस्था की। देर रात तक शहर में यात्रा शांतिपूर्ण माहौल में चलती रही। इस बार कृत्रिम तालाब में ही मूर्ति विसर्जित करने की सूचना पर भक्तों में खासी नाराजगी दिखने को मिली। बारडोली शहर में दो जगहों पर रामजी मंदिर ओवारा और तलावड़ी मैदान में बनाए गए कृत्रिम तालाब में प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। कुछ मंडलों ने नदी में ही विसर्जन की जिद्द की, लेकिन प्रशासन ने प्रतिमाओं को रास्ते में ही रोक लिया। जिले भर में छिटपुट घटनाओं को छोडकऱ शांतिपूर्ण माहौल में गणपति प्रतिमा विसर्जन संपन्न हुआ। बारडोली तहसील के कड़ोद से गुजरती तापी नदी में गणेश विसर्जन कर कई आयोजकों ने आदेश का उल्लंघन किया। जिसके कारण अन्य आयोजकों ने भी तापी में विसर्जन करने की जिद्द की, बाद में पुलिस ने समझा-बुझाकर मामला शांत कराया।

25 प्रतिशत यूनिटों में सप्ताह में दो अवकाश की परिस्थिति

सूरत जीएसटी के बाद से अभी तक एम्बॉयडरी यूनिट संचालकों की हालत सुधर नहीं पाई है। पिछले दिनों उन्हें रक्षाबंधन और ईद में निराशा मिलने के बाद दिवाली में अच्छे जॉबवर्क मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अभी तक उनकी आशा के अनुरुप ऑर्डर नहीं मिलने से वह चिंतित हैं। पर्याप्त ऑर्डर नहीं मिलने के कारण 25 प्रतिशत यूनिट में एक शिफ्ट में काम या तो कारखाना बंद करने की नौबत आई है।
कपड़ा उद्यमियों का कहना है कि जीएसटी के बाद से लगातार कपड़ा उद्योग की हालत खराब होते जा रही है। एम्ब्रॉयडरी उद्यमियों के पास पर्याप्त जॉबवर्क नहीं होने के कारण उन्हें श्रमिकों का वेतन और किराया तथा मशीन का हप्ता चुकाने के लिए भी सोचना पड़ रहा है। बड़े एम्ब्रॉयडरी यूनिट संचालक तो बैंक अथवा अन्य स्थानों से ऋण लेकर टिके हैं लेकिन छोटे उद्यमियों के लिए बड़ी मुसीबत हो गई है। एम्ब्रॉयडरी संचालकों को त्यौहारों के दिनों में बड़े पैमाने पर जॉबवर्क मिलने की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कुछ बड़े उद्यमियों को अच्छे ऑर्डर मिले हैं लेकिन 80 प्रतिशत एम्ब्रॉयडरी उद्यमियों को औसत से कम ऑर्डर मिला है। ऐसे में 25 प्रतिशत एम्ब्रॉयडरी यूनिट संचालक काम का समय कम करने या सप्ताह में दो दिन अवकाश की सोच रहे हैं। उल्लेखनीय है कि एम्ब्रॉयडरी यूनिट संचालक ऐसे दौर में पहले से ही परेशान हैं और दूसरी ओर कुछ श्रमिक रविवार को वेतन के साथ छुट्टी की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर पिछले दिनों कई क्षेत्रों में एम्ब्रॉयडरी कारखानों में तोडफ़ोड़ और हड़ताल भी हुई थी। इसे लेकर एम्ब्रॉयडरी संचालक चिंतित हैं।


गणपति बप्पा के विदाई पर जैसे आसमान भी रो पड़ा

सूरत गणेश महोत्सव की अंतिम रात शनिवार को शहर में बिजली की कडकड़़ाहट के झमाझम बारिश के बाद रविवार दोपहर हल्की बारिश हुई। शनिवार को दिनभर बादले छाए रहने के बाद रात करीब ग्यारह बजे आंधी के साथ तेज बारिश शुरू हो गई। गणेश उत्सव का आखिरी दिन होने के कारण पंडालों में लोग ढोल-नगाड़ों के साथ नाच रहे थे। तेज बारिश से भक्तों का जोश दुगना हो गया। बारिश के कारण शहर की सडक़ों और कई निचले क्षेत्रों में पानी भर गया। इससे परिवार के साथ गणपति देखने निकले लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। विसर्जन यात्रा के दौरान बारिश के दौरान लोगों ने प्रतिमाओं को प्लास्टिक से ढक दिया।(PB)