बेमौसम बारिश से किसान परेशान, सर्द हवाओं ने ठिठुराया
बेमौसम बारिश से किसान परेशान, सर्द हवाओं ने ठिठुराया
बेमौसम बारिश से किसान परेशान, सर्द हवाओं ने ठिठुराया

जयपुर। पिछले 24 घंटे से जारी बारिश से एक बार फिर ठंड लौट आई है। मौसम में आए बदलाव का बाद रविवार को बारिश ने फिजां में ठंडक बढ़ा दी। सुबह से ठंडी हवाओं के बाद दोपहर में बारिश हुई। शहर में 12 बजे शुरू हुआ बारिश का यह दौर करीब 20 मिनट तक रहा। फिर आसमान साफ हुआ और धूप खिली, लेकिन शाम करीब साढे़ पांच बजे फिर घटाएं छा गई।  यहां करीब सवा छह बजे तक बारिश हुई। बारिश के कारण ठंड का असर तेज हो गया।

कृषि अनुसंधान केंद्र बोरवट के संभागीय निदेशक जीएस आमेटा का कहना है कि दक्षिणी विक्षोभ के चलते मौसम बदला और बेमौसम बारिश हो रही है। इससे गेहूं की फसल को नुकसान सम्भव है। अगले 24 घण्टों तक मौसम एेसा रहने के संकेत हैं।
ठीकरिया। कस्बे में दोपहर कभी धूप तो, कभी बारिश का दौर चला। बाद में करीब आधे घंटे  तक पानी गिरा। इससे निकटवर्ती गांवों में भी गेहूं, मक्का की फसलें आड़ी पड़ गईं। तलवाड़ा। यहां सुबह नौ बजे बूंदाबांदी शुरू हुई। फिर डेढ़ बजे से हल्की बारिश का क्रम शुरू हुआ, जो साढ़े तीन बजे तक तेज रहा। इससे पूर्व शनिवार रात 11 बजे हल्की बूंदाबांदी हुई, जो आधे घंटे रही।  चिडिय़ावासा।  कस्बे व करीबी गांवों में रविवार दोपहर व शाम 7 से 8 बजे तक बारिश हुई। इससे गेहूं की फसल आड़ी पड़ गईं और खासा नुकसान हुआ। भीमपुर लेम्पस अध्यक्ष राजू  कलाल आसन व चिडिय़ावासा उपसरपंच  राधेश्याम पंड्या ने खराबे पर सर्वे करवाने की मांग की।  लोहारिया कस्बे में मध्यरात्रि से लेकर रविवार को दिन भर रुक-रुक कर बारिश हुई।  काश्तकारों ने बताया कि बेमौसम बरसात से चने की फसल में ईल्ली का प्रकोप होने की आशंका है। सज्जनगढ़। सज्जनगढ़ व आस पास गांवों में रविवार सुबह से बादल छाए, वहीं  दिनभर  ठण्डी हवाएं चली। इस बीच, दोपहर में तेज हवा के साथ आधा घंटा जमकर पानी गिरा। यहां आधा इंच बारिश का अनुमान रहा।  पालोदा।  क्षेत्र में देर रात और रविवार दोपहर में अच्छी बारिश हुई। दोपहर में घंटाभर मूसलाधार बारिश हुई।  घाटोल।  क्षेत्र में काले बादल छाए रहे, वहीं सर्द हवाओं ने ठिठुराया। दोपहर में हल्की बारिश का दौर चला।
राववाला  में वर्षा ने ढाया  कहर123   भेड़, बकरी  व  चार  गायो   की मौत 

बीकानेर। शनिवार रात्री से शरू हुई वर्षा ने जहा फसलो  को फायदा पहुचाया तो मानाराम नायक सहित कई  घरो  पर कहर बरपाया है  । गरीब किसान  मानाराम नायक अपना घर भेड़  बकरियो से ही चलता था । जिससे राववाला  निवासी मानाराम नायक , अली खा  सहित कई किसानो के भेड़ो  व बकरियो की मौत हो गई थी । एक एक कर के करीब 123  भेड़  बकरियो व चार गायो  की मौत  हो चुकी है  । सयुक्त निदेशक ओ पी किलनिया ने दूसरे दिन भी   डाक्टरों की टीम को मोके पर ही रखा ।डाक्टरों की टीम दो दिनों से  भेड़ो के इलाज में जुटी हुई  है  ।  डाकटर किलनिया ने बताया  कि  वर्षा से  भेड़ो को नमोनिया हो गया जिससे भेड़े मर रही है  अब भेड़ो पर नियंत्रण  कर लिया गया है  ।  दूसरे दिन डाक्टरों की टीम राववाला  , अखुसर  , बीडी वाई  , ए डी वाई , १५६ आरडी  सहित पुरे क्षेत्र में इलाज में लगी हुई है । श्री कोलायत उप खण्ड  अधिकारी रणसिह  चौधरी ने बताया हे की श्री कोलायत तहसीलदार गजेन्द्र सिह नेंण ने बज्जू गिरदावर मुकनाराम मेघवशी को मौके  पर भेजा  है । राववाला  निवासी प्रेम सियाग पत्रकार  , व  हाकिम खा  ने बताया है  की मानाराम नायक की 21 भेड़े ,अलिखा कि  १० भेड़ व २ बकरी ,जियाराम कि  ११ बकरी , मदन लाल की 7  बकरी  , सोहन लाल सियाग की 5 बकरी , केशराराम की 5 बकरी , भदरराम की 3 गाय , प्यारेलाल की १ो भेड़  व 2 बकरी , निकुरम की 5 भेड़े सुल्ताना राम की 5 भेड़े ,ईशवर राम की 7 भेड़े।, सोहन लाल की ४ भेड़े वंदना की 3 भेड़े  , पठान खा की8 भेड़े , मधुराम  की 8 भेड़े , जगमाला राम की 2 भेड़े व 1 बकरी ,  हरी राम  2 बकरी 1 गाय की मौत  हो गई है ।  पत्रकार  प्रेम सियाग ने  पूर्व मन्त्री  देवीसिह  भाटी को इस बारे में अवगत कराया और भेड़  , बकरियो व गायो की हुई मौत  पर राज्य सरकार से मुआवजा दिलाने की मांग की है ।