नोखा. किसान शुद्ध फसल प्राप्त करने का प्रयास करें। यह विचार मंगलवार को नोखागांव में पूर्व सरपंच मेघसिंह राठोड़ के नेतृत्व में आयोजित स्वागत अभिनंदन कार्यक्रम में राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी ने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए रखें। उन्होने कहा कि किसान ज्यादा से ज्यादा जैविक उत्पादों का उपयोग कर जैविक खेती को बढावा दें। राजस्व मंत्री ने आह्वान किया कि सरकार द्वारा चलाई जा रहे राजस्व शिविरों में पहुंचकर ज्यादा से ज्यादा लाभ उठायें व राजस्व संबंधित समस्याओं से निपटारा करवाकर शिविरों का लाभ उठायें। उन्होने कहा कि मानसून में अधिकाधिक पौधारोपण कर धरती माँ को हरी चुनरी की सौगात दें और अपने कर्तव्य को पूर्ण करें। रोपित पौधों की देखभाल व उनका संधारण उपेक्षित ना हो, इसका भी ध्यान रखा जाए।

पौधारोपण राज्य की आवश्यकता बन गई। इस अवसर पर पूर्व सरपंच मेघसिंह राठोड़ ने गांव ज्वलंत समस्य पेयजल, अस्पताल, सीवरेज आदि से अवगत करवाते हुए समाधान की मांग की व ग्राम पंचायत की शमशान भूमि को वन विभाग से छुटाकरा दिलाने की मांग भी की। इस अवसर पर नायब तहसीलदार प्रतिज्ञा सोनी, भाजपा नेता बच्छराज लुणावत, अशोक कुमार व्यास, सायरसिंह, उपसरपंच अमित व्यास, गुलाब पूनिया, भाजयूमो शहर अध्यक्ष कैलाश रांकावत, शंकर ढाका, प्रहलाद बैरड़, मांगूसिंह, सुखदेव पंचारिया, अजित सुराणा, राजू पंचारिया, शैतानसिंह, संतोष गिरी, बजरंगसिंह, केशरीचंद पंचारिया, धर्मचंद आदि ने मंत्री जी को माल्यार्पण कर एवं साफा पहनाकर स्वागत अभिनंदन किया।

मुआवजा देने की मांग की:- ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार व्यास ने नेशनल हाईवे 89 पर आवाप्त की गई भूमि का मुआवजा दिलाने की मांग को लेकर नोखागांव के पूर्व सरपंच मेघसिंह राठोड़ के नेतृत्व में किसानों ने राजस्व मंत्री को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पूर्व सरपंच मेघसिंह ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 89 के भूमि आवाप्ति अधिकारियों ने नोखागांव से रीको तक की भूमि किसानों से आवाप्त कर ली गई, जिसका ना तो कोई सर्वे किया, ना ही कोई सूचना दी। बुधरों की ढाणी की सीमा से नोखागांव तक के किसानों के साथ विभाग ने सौतेला व्यवहार कर करीब 3 किमी तक के किसानों को आज तक ना ही कोई मुआवजा(भुगतान) मिला है ना ही कोई नोटिस(सूचना) दिया गया है। मुआवजा से वंचित रहे किसानों के द्वारा कार्यालय सक्षम प्राधिकारी भूमि आवाप्ति एवं अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन बीकानेर के सक्षम अधिकारियों से सम्पर्क करने पर कोई संतुष्ठीपूर्वक जवाब नहीं दिया गया, जिससे सरकार व प्रशासन के प्रति किसानों को भारी रोष व्याप्त है।

ग्राम विकास समिति के अध्यक्ष अशोक कुमार व्यास ने बताया कि कि हाईवे पर किसानों के पास 2-2 या 4-4 बीघा ही जमीन है यदि जमीन हाईवे में चली गई तो किसान अपना गुजारा कैसे हो सकेगा। आर्थिक तंगी के चलते किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाऐगें। व्यास ने अपने तुरंत प्रभाव से संबंधित कार्यालय में कार्यवाही कर किसानों को मुआवजा भुगतान करवाने की कार्यवाही करने निर्देश जारी करने की मांग की।