जयपुर: भारतीय स्किल डेवलपमेंट यूनिवर्सिटी (बीएसडीयू) के स्कूल ऑफ ऑटोमोटिव स्किल्स ने हाल ही ऑटोमोटिव स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल (एएसडीसी) के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए। इस एमओयू पर स्कूल ऑफ ऑटोमोटिव स्किल्स, बीएसडीयू, जयपुर के प्रिंसिपल श्री मोहनजीत सिंह वालिया और ऑटोमोटिव स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल (एएसडीसी), नई दिल्ली के सीईओ श्री रमन शर्मा ने हस्ताक्षर किए। यह एमओयू प्रशिक्षकों और छात्रों की ट्रेनिंग और सबसे महत्वपूर्ण पाठ्यक्रम विकास और मोटर वाहन क्षेत्र में टैक्नोलॉजी के क्षेत्र में बदलाव के अनुसार समानता के प्रशिक्षण की सुविधा प्रदान करेगा। यह एमओयू इंडस्ट्री टाई-अप को भी सुविधाजनक बनाएगा, जो ऑटोमोटिव सेक्टर की अग्रणी कंपनियों में बीएसडीयू के बी. वोक. के छात्रों को इंटर्नशिप और प्लेसमेंट की नियुक्ति के मामले में लाभान्वित करेगा।

एएसडीसी ऑटोमोटिव उद्योग द्वारा एसआईएएम, एसीएमए और एफएडीए के माध्यम से प्रवर्तित देश की पहली स्किल सैक्टर काउंसिल है। एएसडीसी का उद्देश्य उच्च मूल्यवर्धन के लिए ऑटोमोटिव कौशल को लगातार विकसित और अपग्रेड करना है (स्किलिंग के माध्यम से उच्च मूल्य वृद्धि से पूंजी निर्माण की सुविधा हासिल होगी, जिससे अधिक आर्थिक गतिविधियां संभव होगी और इस तरह अतिरिक्त नौकरियां मिल सकेंगी। शैक्षिक मार्गों के साथ कौशल को आकांक्षापूर्ण और एकीकृत बनाना स्किलिंग उपलब्धियों का सम्मान और जश्न मनाना।

इनके माध्यम से हासिल करने के लिए: उद्योग (एसआईएएम, एसीएमए और एफएडीए) की पूर्ण प्रतिबद्धता, जो पहले से ही अपनी तरफ से स्किलिंग में बहुत योगदान कर रहा है। स्किल असेसमेंट प्रोसेस की विश्वसनीयता, स्थिरता और मजबूती सुनिश्चित करना। कौशल प्रतियोगिताएं। इस अवसर पर स्कूल ऑफ ऑटोमोटिव स्किल्स, बीएसडीयू, जयपुर के प्रिंसिपल श्री मोहनजीत सिंह वालिया ने कहा, ”यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। निश्चित तौर पर एएसडीसी के साथ समझौता करने से हमारे छात्रों को फायदा होगा, क्योंकि इस एमओयू के बाद ऑटोमोटिव सैक्टर में पढने वाले हमारे विद्यार्थियों को एएसडीसी के माध्यम से प्रशिक्षण हासिल करने का अवसर मिलेगा। इसके अलावा, यह हमारी ट्रेनिंग को ऑटोमोटिव इंडस्ट्री के नवीनतम रुझानों के बारे में अपडेट रखेगा।” बीएसडीयू के उप कुलपति डॉ (ब्रिगे.) सुरजीतसिंह पाब्ला ने कहा, ”बीएसडीयू के सभी कार्यक्रमों का पाठ्यक्रम उद्योग और संबंधित क्षेत्र कौशल परिषदों के परामर्श से तैयार किया गया है। मोटर वाहन कौशल में पेश कार्यक्रमों के लिए, बीएसडीयू को एएसडीसी से पूरा सहयोग हासिल हुआ है। यह समझौता ज्ञापन बीएसडीयू और एएसडीसी के बीच इसी सहयोग को और मजबूत करेगा और उद्योग और अकादमिक के बीच के फासले को कम करेगा।” टाई-अप पर टिप्पणी करते हुए ऑटोमोटिव स्किल्स डेवलपमेंट काउंसिल के सीईओ श्री रमन शर्मा ने कहा, ”हम इस पहल के लिए बीडीएसयू के साथ साझेदारी करते हुए प्रसन्नता का अनुभव कर रहे हैं। ऑटो क्षेत्र के लिए हमारा देश तेजी से वैश्विक केंद्र बन रहा है और इस तरह के टाई अप के साथ, हम निश्चित हैं कि हमें ऑटोमोटिव क्षेत्र के लिए सही प्रतिभाएं मिलेंगी। इन अर्थों में एक निश्चित व्यावसायिक कौशल हासिल करना अपने आप में अंत नहीं है, बल्कि यह एक महत्वाकांक्षी करियर या यात्रा की शुरुआत है, जिसे व्यावसायिक कौशल आधारित अकादमिक मार्गों के साथ एकीकृत करने पर ऊंचे लक्ष्यों को हासिल करने में मदद मिलेगी और इस तरह करियर के लिए भी नए रास्ते तलाशे जा सकेंगे।'(PB)