जयपुर। एसीबी के हत्थे चढ़े नारकोटिक्स विभाग के डिप्टी कमिश्नर सहीराम मीणा को लेकर लगातार एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं। सहीराम को लेकर अब सामने आ रहा है कि उसने रुपए जमा करने के लिए ‘काली कमाई का खेल’ एक जन्मपत्री के आधार पर शुरू किया था। ये जन्मपत्री सहीराम के ठिकानों पर सर्च के दौरान एसीबी की टीम के हाथ लगी है। टीम को दो जन्मपत्रियां मिली, जिनमें से एक सहीराम की और एक उसके बेटे मनीष की है।
26 जनवरी के दिन झंडारोहण करने और लोगों को सम्बोधित करते हुए ईमानदारी का पाठ पढ़ाने के महज कुछ ही देर बाद एक काश्तकार को अफीम खेती का मुखिया बनाने की एवज में 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़े गए सहीराम को लेकर खुलासों का दौर जारी है। सहीराम को लेकर आज एक और बड़ी अपडेट सामने आई है, जिसके मुताबिक एसीबी की टीम के हाथ दो जन्मपत्रियां लगी है। इनमें एक सहीराम की और एक उसके बेटे मनीष की है। सहीराम की जन्मपत्री में लिखी एक बात से अब बड़ा खुलासा हुआ है।

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दरअसल, गिरफ्तार किए जाने के बाद उसके कई ठिकानों पर एसीबी की टीम सर्च कर रही है और सहीराम के ठिकानों पर सर्च के दौरान ही एसीबी की टीम को दो जन्मपत्रियां मिली, जिनमें से एक सहीराम की और एक उसके बेटे मनीष की है। एक पंडित ने ये जन्मपत्री बनाई, जिसमें लिखा है कि ‘भविष्य में आप नेता बनोगे और छा जाओगे। सहीराम ने इस जन्मपत्री के आधार पर ही रुपए जमा करने के लिए ‘काली कमाई का खेल’ जन्मपत्री के आधार पर शुरू किया था।

बता दें कि शनिवार को 26 जनवरी के दिन ही एसीबी ने आईआरएस सहीराम मीणा को एक लाख की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों दबोच था। जबकि उसके कुछ देर पहले ही सहीराम ने गणतंत्र दिवस पर अपने भाषण में लोगों को ईमानदारी का पाठ पढ़ाया था। एक काश्तकार को अफीम खेती का मुखिया बनाने की एवज में 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए एसीबी द्वारा रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए घूसखोर नारकोटिक्स अधिकारी सहीराम मीणा को एसीबी ने पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया था और अब सर्च में उसके बारे में नए—नए खुलासे हो रहे हैं।

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