बीकानेर। आज विश्व टीबी दिवस “24 मार्च 2018” के उपलक्ष्य में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग व श्चसन रोग विभाग, सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज, बीकानेर के सयुक्त तत्वाधान में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। प्रात: 10 बजे श्वसन रोग विभाग, पीबीएम अस्पताल से नर्सिंग विधायर्थियों की जागरूकता रैली का आयोजन किया गया रेली का शुभारम्भ मण्डल रेल प्रबन्घक ऐ.के.दुबे, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी, श्वसन रोग विभागाध्यक्ष डॉ. गुंजन सोनी, वरिष्ठ आचार्य श्वसन रोग डॉ. माणक गुजरानी व जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सी.एस.मोदी द्वारा किया गया।

रैली में नर्सिंग कॉलेज व नर्सिंग स्कूल स.प. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य अब्दुल वहिद व लगभग 250 छात्र व नर्सिंग टीचर्स ने पीबीएम अस्पताल से अम्बेडकर सर्किल होते हुऐ जिला क्षय निवारण केन्द्र, बीकानेर तक टीबी सम्बन्धि जागरूकता का प्रचार प्रसार किया। जिला क्षय निवारण केन्द्र, बीकानेर के प्रागण में नर्सिंग स्कूल के प्राचार्य अब्दुल वाहिद, श्वसन रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. गुंजन सोनी, वरिष्ठ आचार्य डॉ. माणक गुजरानी, प्रमुख विशेषज्ञ डॉ. ओ.पी.सुथार व जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सी.एस.मोदी ने सम्बोधित करते हुऐ नर्सिंग विद्यार्थियों को टीबी उनमुलन के लिए उनके सामाजिक दायित्व के बारे में बताया।

डॉ.गुंनजन सोनी ने बताया कि टीबी का उनमुलन अधिकतम सामाजिक जुडाव से ही सम्भव हैं अत: समाज कि सभी वर्गो को टीबी उनमलुन हेतु अपनी सामाजिक भागीदारी का वहन करना चाहीयें। इस अवसर पर आचार्य तुलसी केन्सर अस्पतान के सभागार में दोपहर 1.00 बजे चिकित्सको हेतु सतत चिकित्सा शिक्षा कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें 200 चिकत्सकों सहीत विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों ने भाग लिया। संगोष्ठी का शुभारम्भ सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. आ.पी. अग्रवाल, पीबीएम अस्पताल के अधिकक्षक डॉ. पी.के.बेरवाल, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. देवेन्द्र चौधरी, डॉ. गुजन सोनी, डॉ. माणक गुजरानी व डा. सी.एस.मोदी ने सरस्वती के चित्र के समक्ष दिप प्रज्वलीत कर किया।
संगोष्ठी के दोरान मुख्य अतिथि डॉ. आर.पी. अग्रवाल ने बताया कि टीबी उनमुलन हेतु चिकित्सकों को जिम्मेवारी समझते हुऐ भविष्य में कार्य करना होगा जिससे अधिक से अधिक मरिजों को डॉट्स कार्यक्रम के अन्तर्गत लाभावन्वित किया जा सकें व समस्त मरिजों को नोटीफिकेसन किया जा सके।
संगोष्ठी के दोरान अध्यक्षता करते हुऐं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि कार्यक्रम के अन्तर्गत अत्याधुनिक जांच व अन्य सुविधाऐं अधिक से अधिक मरिजो को उपलब्ध करवाई जाऐं ताकि टीबी उनमुलन के 2025 के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकें।


संगोष्ठी के दोरान डॉ. गुंजन सोनी, डॉ. माणक गुजरानी व डॉ. सी.एस.मोदी ने अपने व्याख्यान प्रस्तुत किये संगोष्ठी के अन्त में डॉ. गुंजन सोनी व डॉ. प्रमोद ठकराल ने चिकित्सकों के विभिन्न प्रश्नों के उत्तर दियें।
डॉ. ओ.पी.सुथार ने सभी आगन्तुकों का धन्यवाद ज्ञापीत किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. अजय श्रीवास्तव ने किया। कार्यक्रम में जिला समन्वयक विक्रम सिंह राजावत, चिरोग भार्गव एवं टीस संस्थान के रामकिशोर एवं अन्य द्वारा सहयोग किया।