बीकानेर ।गोपेश्वर बस्ती स्थित श्री गोपेश्वर विद्यापीठ सैकेंडरी स्कूल के करुणा एवं ईको क्लब द्वारा राजस्थान राज्य भारत स्काउट गाइड स्थानीय संघ, गंगाशहर के परिसर में आयोजित किए जा रहे पांच दिवसीय ग्रुप वार्षिक शिविर प्रकृति प्रबंधन पंचामृत “ज्ञानोल्लास” के अंतर्गत रविवार को चौथे दिन स्वास्थ्य चर्चा करते हुए पीबीएम के आयुर्वेद चिकित्साधिकारी डॉ. देवकृष्ण सारस्वत ने कहा कि हम यदि प्रकृति के साथ सामंजस्य करते हुए प्रकृति के नियमों के अनुसार अपनी दिनचर्या का पालन करेंगे तो सदैव निरोग रहेंगे। उन्होंने बताया कि प्रात: सूर्योदय से पहले उठकर बासी मुंह आधा लीटर गुनगुना पानी सेवन करना चाहिए।

उन्होंने बताया कि रोजाना नहाने से शरीर में स्फूर्ति रहती है। उन्होंने सप्ताह में एक दिन दही या उबटन से नहाने की सलाह दी और कहा कि ऐसा करने से त्वचा रोग नहीं होंगे तथा त्वचा खिली खिली रहेगी। उन्होंने कहा कि आठ घंटे की नींद लेने वाले स्टूडेंट्स अपेक्षाकृत अधिक सफल होते हैं तथा रात्रि को दस बजे से पहले सो जाना चाहिए। डॉ सारस्वत ने स्वस्थ रहने के लिए घरेलू सामान के सिस्टमेटिक उपयोग करने के अनेकानेक उपाय और टिप्स देते हुए कहा कि ऐसा करने से बीमारी पास नहीं फटकती। इस अवसर पर पीबीएम के पीडिटिशियन डॉ कुलदीप बीठ्ठू ने कहा कि स्वस्थ तन में ही स्वस्थ मन रह सकता है। डॉ बीठ्ठू ने बताया कि प्रकृति के अनुशासन में रहने वाले कभी अस्वस्थ नहीं हो सकते। डॉ बीठ्ठू ने स्टडी के दौरान एकाग्रता बढाने के टिप्स भी दिए।

इस दौरान डॉ बीठ्ठू और डॉ सारस्वत ने बच्चों के अनेक प्रश्नों के जवाब दिए और अनेक जिज्ञासाओं का समाधान किया। शाला समन्वयक गिरिराज खैरीवाल ने इस अवसर पर डॉ देवकृष्ण सारस्वत का सम्मान पट्टिका एवं सेवाभिनंदन पत्र भेंट कर किया। अध्यक्षता करुणा इंटरनेशनल संस्था के ऑफिसर घनश्याम साध ने की। ट्रेनिंग कांउसलर रमेश कुमार मोदी, स्काउट गाइड स्थानीय संघ, गंगाशहर के सचिव प्रभुदयाल गहलोत एवं कैलाश स्वामी ने बच्चों को प्रकृति के संरक्षण का संदेश देेन वाले किम गेम, बैगरेस, सांउड, बीकानेर – जोधपुर इत्यादि खेेेल खिलाए।


किम गेम में अमन टाक, अर्जुन सिंह राजपुरोहित, कुंदन सुथार, संदीप सिरोही, आयशा छींपा, निशा राजपुरोहित, प्रियंका, देवयानी सोनी, कोमल राजपुरोहित, उर्मिला विजयी रहे। बैग रेस में टीम ‘आब’ एवं टीम ‘समीर’ सांउड गेम में टीम ‘समीर’, व टीम ‘पॉवर’ ने बाजी मारी। इससे पहले “ज्ञानोल्लास” के रविवार को चौथे दिन के पहले सत्र में शिक्षाविद स्व. चांददान बीठ्ठू के निर्वाण दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में उनके सुपुत्र नरपतसिंह बीठ्ठू ने श्री गोपेश्वर विद्यापीठ द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित की जाने वाली कहानी प्रतियोगिता के पांच श्रेष्ठ प्रतिभागियों को नकद राशि और ट्राफी से प्रतिवर्ष सम्मानित करने की घोषणा की।

इस अवसर पर आयोजित पुष्पांजलि – श्रद्धांजलि सभा में वार्ड पार्षद शिव कुमार रंगा, पूर्व पार्षद एडवोकेट सुशील सुथार, एडवोकेट धीरज चौधरी, डॉ कुलदीप बीठ्ठू, देशनोक नगर पालिका के पार्षद बादल सिंह, भवानी सिंह देपावत, नारायण सिंह बीठ्ठू, कृपालदान रतनू, रणजीत सिंह बीठ्ठू, मनोज नाहटा, श्याम सुंदर सेन, श्रवण बिश्नोई, ललित, महिपाल, एडवोकेट रेंवतराम चौधरी इत्यादि ने स्व बीठ्ठू की स्मृतियों को याद करते हुए उनके अनुशासित जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। नन्हे छात्र सिद्धार्थ बीठ्ठू ने स्व. चांददान बीठ्ठू के जीवन पर आधारित कविता प्रस्तुत की।
समन्वयक गिरिराज खैरीवाल ने बताया कि सोमवार को प्रकृति प्रबंधन पंचामृत “ज्ञानोल्लास” के समापन दिवस की शुरुआत वरिष्ठ रंगकर्मी दयानंद शर्मा की लघु कार्यशाला के साथ होगी। दोपहर एक बजे शिक्षकों के लिए प्रसिद्ध वास्तुविद आर. के. सुतार का व्याख्यान होगा। रमेश कुमार मोदी एवं प्रभुदयाल गहलोत द्वारा स्काउट के विभिन्न खेल खिलाएँ जाएंगे।(PB)